जांजगीर चांपा। चांपा के व्हाय सेप में बने ओवरब्रिज काफी समय पहले चालू हो गया पर ब्रिज के ऊपर लगी स्ट्रीट लाइटों के बंद होने के कारण रात के समय अंधेरा छाया रहता है। ओवर ब्रिज होने पर अंधेरा रहने से सड़क दुर्घटना होने का भय बना रहता है। स्टेशन के आसपास निवास करने वाले लोगों ने बताया कि करोड़ो की लागत का बना रेलवे ओवर ब्रिज पर लगे दो चार लाइट को छोड़कर बाकी लाइटे लंबे समय से बंद है। कायदे से तो इस ओवरब्रिज शुरुआत के दिन ही से स्ट्रीट लाइट जलनी थी लेकिब ऐसे नही है। कुछ दिन के लिए यहाँ की लाइट अच्छे से जली फिर सालो से बंद पड़ी हुई है।इसका सुध लेने वाला कोई नही है।न ही इसका मेंटेनेंस कार्य हो पाया। कहने को तो स्ट्रीट लाइट लगी है लेकिन जलती नही है।इन दिनों अंधेरे में वाहनों का नियंत्रण मुश्किल हो जाता है और दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। रेलवे ओवरब्रिज पर स्ट्रीट लाइट लगी हुई हैं, जो बंद है। स्ट्रीट लाइट नहीं जलने से सडक़ पर अंधेरा छाया रहता है।
शो पीस बनी इन लाइटों की वजह से शाम के बाद यहां से गुजरने वाले हजारों वाहन चालक और राहगीरों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बीते दो साल से अब तक कई हादसे हो चुके हैं इसके बाद भी यहां स्ट्रीट लाइट चालू नहीं हो सकी। बता दें स्ट्रीट लाइट तो लगी है, पर यह कभी जलती नहीं है।गौरतलब है कि तेजी से विकसित होते इस चांपा क्षेत्र से रोजाना लगभग हजारो से ज्यादा वाहनों की आवाजाही होती है। इसी ब्रिज से ट्रक, सहित अन्य भारी वाहनों के साथ हजारों की संख्या में निजी वाहन गुजरते हैं। अंधेरे की वजह से यहां कई सडक़ दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। अंधेरे से असामाजिक तत्वों की वजह से अप्रिय स्थिति बनती है। इसे लेकर रहवासियों से कई बार शिकायत की गई, पर अब तक इस ओर ध्यान नहीं दिया गया। इससे लोगों को रात के अंधेरे में ही आवाजाही करनी पड़ती है। खैर अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को इस ओर भी ध्यान देना चाहिए ताकि इस समस्या से निजात मिल सके।
स्ट्रीट लाइट के बंद होने से अपराधिक प्रवृत्ति के लोग सक्रिय,
स्ट्रीट लाइट न जलने से सबसे ज्यादा परेशानी पैदल जा रहे लोगों को होती है। अंधेरे का फायदा उठाकर कई बार बदमाश अपराध को आजम देते हैं। इसी वजह से आसपास की फैक्ट्रियों में काम करने वाले मजदूर एक साथ निकलते हैं ताकि ऐसे लोगो से बचा जा सके। बता दे कि ब्रिज के ऊपर और नीचे हर समय यहां असामाजिक तत्वों का जमावड़ा रहता है। इससे महिलाएं भी असुरक्षित महसूस करती हैं। सूत्र बताते हैं कि स्ट्रीट लाइटों के बंद होने से इसका फायदा जमकर अवैध नशे के कारोबारियों के द्वारा उठाया जाता है। वह चार पहिया वाहन में बैठकर ही देर रात लेनदेन कर ओवर ब्रिज से ही निकल पड़ते हैं। जिस पर लगाम लगाने की भी जरूरत है
