जांजगीर चाम्पा@-जिला उपमुख्यालय चांपा परम पूजनीय मां समलेश्वरी एवं कोसा कासा कंचन की नगरी के निकट ग्राम बिरगहनी में शिव महापुराण कथा का आयोजन 2 जनवरी से प्रारंभ हुआ है,जहां ब्यास पीठ से अंतर्राष्ट्रीय कथावाचक एवं वाणी भूषण पंडित अमित कृष्ण जी महाराज के श्री मुख से क्षेत्र के शिव भक्तों को शिव महापुराण की अविरल धारा श्रवण करने की परम सौभाग्य प्राप्त हो रहा है, यह पहला अवसर नहीं है जब पंडित अमित कृष्ण जी महाराज के श्री मुखारबृंद से शिव महापुराण का वृतांत पूर्वक कथा सुनने को मिल रहा हो,इसके पहले भी क्षेत्र वासियों को वाणी भूषण अमित महाराज के उद्बोधन स्वरूप कथा श्रवण करने का अवसर प्राप्त होता रहा है, इसी तारतम्य में इस वर्ष 2 जनवरी से शिव महापुराण कथा का संगीत मय आयोजन ग्राम बिरगहनी में इन दिनों चल रहा है, जिसमें प्रथम दिवस आदि शिवलिंग की उत्पत्ति माहात्मा एवं शिवलिंग पूजा विधि, 4 जनवरी को नारद मोह,धनपति कुबेर का पूर्व चरित्र, संध्या देवी की कथा, शिव सती विवाह उत्सव, एवं 5 जनवरी को पार्वती प्राकट्य, तपस्या शिव पार्वती विवाह,उत्सव, 6 जनवरी को कार्तिकेय जी का प्रकट किया एवं बाल लीला तथा गणेश जी का प्राकट्य की जीवन से झांकी के साथ ही 7 जनवरी को भगवान शिव द्वारा त्रिपुरासुर वध जालंधर वध,विष्णु द्वारा तुलसी देवी का शीलभंग वाला सूर्य पर कृपा, वह 8 जनवरी को भगवान शिव के अवतरण की कथा, द्वादश शिवलिंग महात्म्य, उमा संहिता एवं तारा वीय संहिता,एवं समापन में 9 जनवरी को सहस्त्र धारा का पावन पुण्य आयोजन सुनिश्चित किया गया है,उल्लेखनीय है कि परम पूज्य गुरुदेव भगवान के आशीर्वाद से मुख्य यजमान के रूप में घासीराम साहू एवं बेदमाती साहू के द्वारा स्वर्गीय बाबूजी लटेल राम स्वर्गी मात भूरी बाई साहू के यादों को संजोते हुए शिव महापुराण कथा से पूरे क्षेत्र में भक्ति भाव से परिपूर्ण कथा का आयोजन होने से जहां एक ओर शिव भक्तों के द्वारा बड़ी श्रद्धा एवं विश्वास के साथ रसपान किया जा रहा है जिसे लेकर ग्राम बिरगहनी के अतिरिक्त आसपास के अनेक क्षेत्रों से शिव भक्त पहुंच कर शिव कथा का रसपान किया जा रहा है,,,,,व्यास पीठ से भगवान शिव की महिमा का बखान करते हुए अमित कृष्ण जी महाराज कहते हैं कि भगवान शिव को प्रति दिन जल अर्पण करने वाला कभी निर्धन नहीं रहता,बाबा विश्वनाथ भक्तों के भूलेश्वर केवल एक लोटा जल में सब कुछ अपने भक्तों को समर्पित कर देते हैं। श्रद्धालु भक्तजनों से मुख्य यजमान एव परिजनों द्वारा 2 जनवरी से 9 जनवरी तक दोपहर 3:00 बजे से सायं काल 7:00 बजे के मध्य पहुंचकर शिव महापुराण की बह रही अविरल धारा में शिरकत कर पुण्य लाभ प्राप्त करने की सविनय निवेदन किया गया है।
