जनता की शिकायत पर प्रशासन की देरी? — उमा राठौर की 6 जून की शिकायत पर 20 दिन बाद हरकत में आया खनिज विभाग
जांजगीर-चांपा | 26 जून 2025
ग्राम सिवनी (च), तहसील चांपा में संचालित जय माता दी कोल डिपो के खिलाफ की गई शिकायत पर प्रशासन ने आखिरकार 20 दिन बाद कार्रवाई की है। जिला पंचायत सभापति एवं भाजपा नेत्री श्रीमती उमा राजेन्द्र राठौर ने दिनांक 6 जून 2025 को जिला प्रशासन को इस डिपो के खिलाफ विधिवत लिखित शिकायत सौंपी थी, जिसमें नियमों के उल्लंघन, पर्यावरण प्रदूषण और स्थानीय नागरिकों को हो रही समस्याओं की ओर ध्यान आकर्षित किया गया था।
शिकायत में उठाए गए थे गंभीर मुद्दे:
कोल डिपो की हाईटेंशन लाइन व राष्ट्रीय राजमार्ग के पास स्थिति से सड़क दुर्घटना और आगजनी का खतरा।
कोयले की धूल से कृषि भूमि की उर्वरता पर बुरा असर, जलस्रोतों का प्रदूषण और नागरिकों का स्वास्थ्य खतरे में।
मजदूरों का पंजीयन नहीं, न ही ईएसआईसी या श्रम नियमों का पालन।
प्रदूषण नियंत्रण तंत्र का अभाव, फ्यूजिटिव डस्ट नियंत्रण के लिए कोई छिड़काव प्रणाली नहीं।
20 दिन बाद हुई कार्रवाई:
खनिज विभाग ने दिनांक 26 जून 2025 को नोटिस जारी कर डिपो में पाए गए 13,600 मीट्रिक टन अवैध भंडारण की पुष्टि की। निरीक्षण में यह भी सामने आया कि संबंधित फर्म के पास कोई वैध भंडारण अनुज्ञा का घोर उल्लंघन हो रहा है।
सवालों के घेरे में प्रशासन:
अब यह प्रश्न उठना स्वाभाविक है कि जब शिकायत 6 जून को हुई थी, तो कार्रवाई लगभग 20 दिनों बाद क्यों की गई?
क्या प्रशासन की यह धीमी गति अवैध कारोबारियों को मौका देने वाली रणनीति है या फिर शिकायतों को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा?
उमा राठौर का बयान:*खनिज विभाग की टीम पहुंची कोल डिपो, केवल नोटिस थमा की गयी खानापूर्ती भण्डारण स्थल में निम्नलिखित कमियां पाई गयी है। मौके पर उक्त भण्डारित खनिज कोयला 13600 mt का संबंधित कोई वैध दस्तावेज नहीं पाया गया। अस्थायी भण्डारण स्थल को पक्के तार फंेसिंग या ईट की दीवार से घेरा नहीं किया गया है। स्वीकृत भण्डारण क्षेत्र में खनिज की आवक-जावक पंजी एवं अभिवहन परिपत्र उपलब्ध नहीं है, निरीक्षण दिनांक तक बिक्री एवं स्टाॅक खनिज की मात्रा उपलब्ध नहीं है। एवं पत्तेदार में स्वीकृत क्षेत्र में स्वीकृत संबंधी विवरण वाली पट्टी का बॉर्डर नहीं लगाया गया है और ना ही पर्यावरण प्रदूषण संरक्षण मंडल द्वारा जारी जल एवं वायू सम्मति पत्र में निहित समस्त शर्तों एवं नियमों का पालन भंडारण क्षेत्र में नहीं किया जा रहा है साथ इस सब के अलावा खनिज विभाग के निरीक्षण टीम द्वारा जय माता दी कोल डिपो में विभिन्न कमियां पायी गयी। इस पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए सभापति श्रीमती उमा राजेन्द्र राठौर ने कहा कि अगर जय माता दी कोल डिपो में इतनी सब कमियां होने के बावजूद भी खनिज विभाग द्वारा केवल महज एक नोटिस थमा कर खानापूर्ति कर दी गयी है
—————-
“मैंने जनता की आवाज बनकर यह शिकायत की थी। 20 दिन लग गए कार्रवाई में, यह दर्शाता है कि प्रशासनिक इच्छाशक्ति में कमी है। प्रशासन ने अंततः जांच कर कार्रवाई शुरू कर दी है, लेकिन इस मामले ने जनहित में त्वरित जवाबदेही और सक्रियता की कमी को उजागर कर दिया है। अब निगाहें इस पर टिकी हैं कि क्या डिपो की अनुमति निरस्त की जाएगी और दोषियों के विरुद्ध ठोस दंडात्मक कार्रवाई होगी।
