जांजगीर चाम्पा–छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय चुनाव के बाद गांव-गांव में चुनाव की राजनीति भी जोर पकड़ने लगी है। जिले के ग्राम पंचायत कोसमन्दा में सरपंच चुनाव बड़ी ही रोचक हो चली है।अनुसूचित जाति के लिये आरक्षित यह सीट में 8 दावेदार मैदान में है।
इन सभी के बीच संजयरत्नाकर अपने प्रतिद्वंदियों पर भारी पड़ता हुआ दिख रहा है।अपनी वर्तमान जनपद सदस्य पद पर रहते सक्रियता, गरीब- पिछडो की हमेशा सहयोग की तत्परता विरोधियों पर भारी पड़ रही है।वही संजयरत्नाकर कहते है कि मैंने अपने जनपद सदस्य की कार्यकाल में जितना कार्य करवाया है अन्य जनपद सदस्यों के मुकाबले कही अधिक है ।
आगे संजयरत्नाकर कहते है कि यदि मैं जनता के आशीर्वाद से सरपंच चुनकर आता हूँ, तो गाँव में शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला सशक्तिकरण और मूलभूत सुविधाओं को लेकर ठोस कदम उठाए जाएँगे। ग्रामीणों से बातचीत के दौरान उन्होंने आश्वासन दिया कि गांव के हर एक परिवार तक सरकारी योजनाओं का लाभ पहुँचाना उनकी पहली प्राथमिकता होगी।
गाँव के बुजुर्गों से लेकर युवाओं तक, हर वर्ग के लोगों से उन्हें सकारात्मक प्रतिक्रिया मिल रहा है। स्थानीय ग्रामीणों का कहना है, हमारे गाँव को एक ईमानदार और सक्रिय सरपंच की जरूरत है। संजयरत्नाकर एक सुलझे हुए और जमीन से जुड़े हुए व्यक्ति हैं। हमें भरोसा है कि वे हमारे गाँव कोसमन्दा को आगे ले जाएँगे।राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि यदि यही समर्थन जारी रहा, तो संजय को इस चुनाव में बड़ी बढ़त मिल सकती है

Author: Hasdev Express
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